हब्सी धावक
एउटा खेलाडीले आफ्नो गुरुलाई सोध्यो हब्सी धावकहरु किन यति घेरै च्याम्पियन हुन्छन् - दौडमा फर्स्ट भएन भने नुहाउनु पर्छ भनेर कोचले उनिहरुलाई भनेका हुन्छन त्यसैले गुरुले उत्तर दियो।
पसले
एक दिन एउटा पसले मरेछ , यमराजको अगाडी पुगेपछि यमराजले पसलेलाई सोधेछ,’ भन् तिमी कहाँ जान चाहान्छौ ? पसले,’ म स्वर्ग पनि जान चाहान्न र नर्क पनि जान चाहान्न , बरु म (स्वर्ग र नर्कको) बिचमै बस्छु र पसल थाप्छु अनि दुबैतिरको ग्राहक मेरो पसलमा आँउछन् ।
६४ वटा दाँत
तीन चार जना मध्ये दुई जना झगडा गरिरहेका थिए । पहिलोले भन्दै थियो ,’ एक बक्सिङ्ग हानेर तेरो ६४ वटै दाँत भुँईमा खसाली दिन्छु । झगडा नगरेको अर्कोले हाँस्दै प्याच भन्यो ,’ मान्छेको पनि ६४ वटा दाँत हुन्छ र ??’ ‘चुप लाग !! त बिचमा बोल्छस् भन्ने थाहा भएर तेरो दाँत पनि अगाडीनै गनेको हो ।’ पहिलो भन्यो ।
जिन्दगी है छोटी हर पल मे खुश रहो...
जिन्दगि है छोटी हर पल मे खुश रहो...
ऑफ़िस मे खुश रहो, घर मे खुश रहो..
आज पनीर नही है, दाल मे ही खुश रहो,
आज जीम जाने क समय नही, दो कदम चल के ही खुश रहो..
आज दोस्तों का साथ नही, TV देख के ही खुश रहो..
आज कोइ नाराज़ है, उसके इस अंदाज़ मे भी खुश रहो..
ज़िसे देख नही सकते उसकी आवाज़ मे ही खुश रहो...
ज़िसे पा नही सकते उसके याद मे ही खुश रहो...
SW करने का सोचा था, Civil मे ही खुश रहो...
Laptop ना मिला तो क्या, Desktop मे ही खुश रहो..
बीता हुआ कल जा चुका है, उसकी मीठी यादे है, उनमे ही खुश रहो..
आने वाले पल का पता नही.. सपनो मे ही खुश रहो...
हसते हसते ये पल बितायेंगे, आज मे ही खुश रहो...
जिन्दगी है छोटी, हर पल मे खुश रहो.....!!
ऑफ़िस मे खुश रहो, घर मे खुश रहो..
आज पनीर नही है, दाल मे ही खुश रहो,
आज जीम जाने क समय नही, दो कदम चल के ही खुश रहो..
आज दोस्तों का साथ नही, TV देख के ही खुश रहो..
आज कोइ नाराज़ है, उसके इस अंदाज़ मे भी खुश रहो..
ज़िसे देख नही सकते उसकी आवाज़ मे ही खुश रहो...
ज़िसे पा नही सकते उसके याद मे ही खुश रहो...
SW करने का सोचा था, Civil मे ही खुश रहो...
Laptop ना मिला तो क्या, Desktop मे ही खुश रहो..
बीता हुआ कल जा चुका है, उसकी मीठी यादे है, उनमे ही खुश रहो..
आने वाले पल का पता नही.. सपनो मे ही खुश रहो...
हसते हसते ये पल बितायेंगे, आज मे ही खुश रहो...
जिन्दगी है छोटी, हर पल मे खुश रहो.....!!